मुनिश्रीयों का गाजे-बाजे के साथ मंगल प्रवेश

 


बांसवाड़ा। बुधवार को मोहनखेड़ा तीर्थ विकास के प्रेरणादाता आचार्य प्रवर श्री ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी महाराज साहेब के वरिष्ठ शिष्य कार्यदक्ष परम पूज्य मुनिराज श्री पीयूष विजयजी म.सा.एवं पु. मुनिराज श्री जिनचंद्र विजयजी म.सा. एवं मुनि श्री जनकचंद्रविजयजी महाराज साहब का गोड़ी पार्श्वनाथ मंदिर से राजेंद्रसूरी जैन दादावाड़ी नई आबादी में बाजे गाजे के साथ मंगल प्रवेश हुआ। जिसमें सेठिया समाज के महानुभावो ने महाराज साहब की ढोल नगाड़े के साथ अगवानी की। उसके पश्चात महाराज साहब राजेंद्रसूरी जैन दादावाड़ी पहुंचे। यहां देव दर्शन गुरु दर्शन के पश्चात धर्मसभा में मुनि श्री पीयूष विजयजी ने अपने प्रवचन में समाज के बंधुओ को धर्म के प्रति सच्चि श्रदा रखते हुए नैतिक गुणों को जीवन मे अपनाने एवम अपने मानव जीवन की महत्ता के बारे में बताया कि हमे मानव जीवन बहुत ही मुश्किल से मिलता है।इस जीवन को हमे प्रभु भक्ति एवम धर्म के कर्यो में ज्यादा से ज्यादा लगाना चाहिए।एवम अपने इस अमूल्य जीवन को सफल बनाना चाहिए। हमे जन्म मरण के बंधन से मुक्त होने हेतु जीवन मे शुभ कर्मों को करना चाहिए। महावीर स्वामी के सिद्धांत सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह का पालन करना चाहिए। अंत में महाराज ने मांगिलक सुनाई। प्रवचन के पश्चात स्वामीवत्सल्य का आयोजन किया गया। दोपहर 2 बजे गुरुपद महापूजन का आयोजन किया गया। गुरु पदपूजन के लाभार्थी संजय सेठिया, गजेश सेठिया ओमप्रकाश सेठिया परिवार थे।

इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष संजय सेठिया, सचिव रवि जैन, कोषाध्यक्ष शैलेश सेठिया, दादावाड़ी अध्यक्ष रमेश चंद्र सेठिया, राम भाई सेठिया, मंदिर समिति के प्रमुख चंदुमल सेठिया,पार्षद राकेश सेठिया, संजय सेठिया, अनिल सेठिया, निरंजन लाल सेठिया, श्यामभाई सेठिया, रामचंद्र सेठिया एवं समाज के अन्य गणमान्य नागरिक तथा समाज की महिलाएं भी उपस्थित थी। यह जानकारी सेठिया समाज के सचिव रवि जैन ने दी।

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