पूर्व मंत्री कृपलानी ने किया तोड़े गए जल मंदिरों के स्थल का निरीक्षण, आंदोलन की दी चेतावनी
तीन साल के कांग्रेस कार्यकाल में क्षेत्र में जोडऩे की नहीं, तोडऩे की हो रही है राजनीति : कृपलानी
निम्बाहेड़ा। निम्बाहेड़ा उपजिला चिकित्सालय में जनसहयोग से आमजन की सेवार्थ बनाए गए एवं श्री सेवा संस्थान के माध्यम से संचालित दो जल मंदिरों को नगर पालिका प्रशासन द्वारा राजनैतिक द्वेषता के चलते तोड़ दिया गया है। पूर्व मंत्री एवं श्री सेवा संस्थान अध्यक्ष श्रीचंद कृपलानी ने कांग्रेस शासित नगर पालिका बोर्ड की इस द्वेषतापूर्वक की गई कार्यवाही की निंदा करते हुए दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
उल्लेखनीय है कि इन दोनों जल मंदिर में से एक का निर्माण पारख चेरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से पूर्व पालिका उपाध्यक्ष पारस पारख ने स्व. चांदमल पारख की स्मृति में करवाया था तथा इसका लोकार्पण तत्कालीन उप राष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत के द्वारा किया गया था, तो दूसरी का जीर्णोद्धार स्व. जुगलकिशोर सोनी की स्मृति में उनके पुत्र विशाल सोनी द्वारा करवाकर उसके संचालन का जिम्मा पूर्व केबिनेट मंत्री श्रीचंद कृपलानी के अध्यक्ष वाली श्री सेवा संस्थान को सौंपा गया था। दोनों ही जल मंदिरों के तोड़ें जाने से चिकित्सालय क्षेत्र एवं नगरवासियों में रोष व्याप्त है। पूर्व मंत्री एवं संस्थान अध्यक्ष कृपलानी ने मंगलवार को तोड़े गए जल मंदिरों का निरीक्षण कर अपना रोष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि श्री सेवा संस्थान द्वारा जन सेवार्थ वर्षों से संचालित इन जल मंदिरों का नगर पालिका प्रशासन द्वारा रात के अंधेरे में तोड़ा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि तीन साल के कांग्रेस कार्यकाल में इनके द्वारा विकास के नाम पर कुछ नही किया गया, उलटे भाजपा शासनकाल में किये गए कार्यों के लोकार्पण व शिलान्यास के पत्थरों को तोड़े जा रहे हैं, जिसका खामियाजा कांग्रेस को आगे भुगतना पड़ेगा। इसी प्रकार कांग्रेस प्रशासन द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय के गेट पर लगी पूर्व उप राष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत की लोकार्पण पट्टिका को भी तोड़ दिया गया। कृपलानी ने मंत्री उदयलाल आंजना के दबाव में प्रशासन द्वारा की जा रही ऐसी द्वेष की राजनीति को बंद नही करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी।
उन्होंने कहा कि श्री सेवा संस्थान द्वारा संचालित इन जल मंदिरों को रात के अंधेरे में तोडऩे से पूर्व नगर पालिका द्वारा संस्थान को ना तो पूर्व सूचना दी गई और ना ही जल मंदिर निर्माणकर्ता स्व. जुगलकिशोर सोनी एवं स्व. चांदमल पारख के परिवारजनों को ही बताया गया।
कांग्रेस शासित नगर पालिका बोर्ड द्वारा की गई इस द्वेषता की कार्यवाही पर संस्थान सचिव एवं पूर्व विधायक अशोक नवलखा, भाजपा नगर मण्डल अध्यक्ष नितिन चतुर्वेदी, पूर्व पालिका उपाध्यक्ष पारस पारख, जिला किसान मोर्चा अध्यक्ष गब्बर सिंह, नगर महामंत्री मयंक अग्रवाल, कालू सेन, प्रहलाद प्रजापत, माहेश्वरी समाज के जिला अध्यक्ष नानालाल भूतड़ा, माहेश्वरी समाज के पूर्व अध्यक्ष विशाल सोनी, छोटीसादड़ी पंचायत समिति के पूर्व प्रधान महावीर सिंह कृष्णावत, क्षत्रिय महासभा के रणजीत सिंह नारेला, कैलाश जाट सहित श्री सेवा संस्थान, माहेश्वरी व जैन समाज एवं भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भी इसे अन्यायपूर्ण बताया।
कैप्शन :
चिकित्सालय के मुख्य द्वार पर तोडे गये जलमंदिरों का अवलोकन करते कृपलानी।
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